हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का कराना है रिन्यूवल तो याद रखिए इन बातों को, होगा फायदा

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दोस्तों कोरोना महामारी के इस दौर में हेल्थ इंश्योरेंस लेना जरूरी ही नहीं बल्कि समझदारी हो गया है।  हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) किसी भी मेडिकल इमरजेंसी में आपको आर्थिक मदद देता है।  इससे आपको किसी से मदद मांगने की जरूरत नहीं पड़ती और इससे आपके  पूरे परिवार को सुरक्षा मिलती है। हेल्थ इन्शुरन्स लेना जितना जरूरी है, उससे ज्यादा जरूरी है उसे रिन्यू कराते वक्त कुछ खास बातों का ख्याल रखना।  हेल्थ इंश्योरेंस की आखिरी डेट नजदीक आते ही आपके पास रिन्युअल के कॉल आने शुरू हो जाते होंगे।  इसलिए कभी भी जल्दबाजी में इंश्योरेंस रिन्युअल कराने की बजाए कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें। आज हम उन्ही बातो के बारे में बात करेंगे।  तो चलिए शुरू करते है।

दोस्तों पालिसी का रिन्यूवल (Policy Renewal) बीमाधारक को उनके कॉन्ट्रेक्ट की समीक्षा करने और कवर को अपग्रेड करने या सुधारने का अवसर देता है। आइये जानते है की  पॉलिसी को रिन्यू कराते वक्त किन बातों का ध्यान रखें-

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1. समय रहते कराएं पॉलिसी रिन्यू

अगर आप अपनी पॉलिसी को समय पर रिन्यू नहीं करते हैं, तो पॉलिसी समाप्त हो जाएगी और कवर की अवधि के दौरान प्राप्त होने वाले बेनिफिट नहीं मिलेंगे। ऐसा कहा जाता है कि हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) को खत्म होने से 15-30 दिन पहले प्लान रिन्यू करा लेना चाहिए।  आमतौर पर अधिकतर हेल्थ इंश्योरेंस में कंपनियां 15 से 30 दिन का ग्रेस पीरियड देती हैं।  अगर ग्रेस पीरियड के दौरान प्रीमियम का पेमेंट नहीं होगा तो पॉलिसी को लैप्स माना जाता है।  यदि आप किसी भी कारण से अपनी पॉलिसी को पोर्ट करना चाहते हैं, तो आपको अंतिम समय की भीड़ से बचने के लिए प्रक्रिया को पहले से ही शुरू कर देना चाहिए।

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2. बीमा राशि पर करें विचार

रिन्यूअल कराते समय आप अपनी बीमा राशि की सीमा को बढ़ाने का विकल्प चुन सकते हैं।  बढ़ती हुई मेडिकल जरूरत के कारण यह हो सकता है कि शुरूआत में आपके द्वारा चुनी गई बीमा राशि आने वाले वर्षों के लिए नाकाफी हो जाए।  इसलिए इंश्योरेंस रिन्यू कराते वक्त इस बात पर जरूर सोचना चाहिए कि कहीं आपको अपनी बीमा राशि की सीमा बढ़ानी तो नहीं है।

3.  इंश्योरेंस में शामिल सदस्यों की संख्या

हेल्थ इंश्योरेंस अपने परिवार की जरूरत के हिसाब से लेना चाहिए।  समझदारी इसमें है कि परिवार के सभी सदस्य हेल्थ इंश्योरेंस में इंश्योर्ड हों। इसलिए पॉलिसी को रिन्यू कराते वक्त परिवार के सदस्यों को जोड़ने या हटाने पर विचार करना चाहिए।

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4. टॉप-अप प्लान

अगर आपको अपनी हेल्थ इंश्योरेंस में कुछ अतिरिक्त कवर चाहिए तो आप रिन्यूअल के टाइम टॉप-अप योजना का लाभ उठा सकते हैं।  इन प्लान की कीमत काफी कम होती है और ये आपको पॉलिसी के अलावा कुछ एक्स्ट्रा कवरेज प्रदान करते हैं।  टॉप-अप प्लान्स किसी भी बीमाकर्ता से खरीदे जा सकते हैं।  इसे मौजूदा बीमाकर्ता से खरीदना जरूरी नहीं है। मार्केट में ऐसी कई विभिन्न टॉप-अप प्लांस हैं जो आपकी जरूरतों और बजट के आधार पर बनाई गईं हैं और जिसमें अच्छा खासा कवरेज भी मिल जाता है।

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5. नई बीमारियों का खुलासा

आपने अपने पूरे परिवार के लिए बीमा की पॉलिसी ले ली है। इस बीच खुदा ना खास्ते, आपको या पॉलिसी में शामिल अन्य सदस्यों को कोई नई बीमारी हो गई। ऐसी स्थिति में रिन्यूवल के दौरान इस बीमारी को घोषित करना आपके हित में है। हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने स्वास्थ्य से संबंधित विवरण अपने बीमाकर्ता के साथ शेयर करें। ताकि, बाद में होने वाली परेशानी से बचा जा सके, खासकर क्लेम फाइल करते समय।

6. नियम और शर्तें

दोस्तों बीमा कंपनियां अपनी इंश्योरेंस के नियम और कानूनों में वक्त के साथ बदलाव करती रहती हैं।  इसलिए पॉलिसी को बिना समझे रिन्यू कराने की बजाए, बीमा की राशि, क्लेम की संख्या, नो-क्लेम बोनस और किए गए क्लेम के बारे में सारी जानकारी हासिल कर लें और इसके बाद ही पालिसी को रिन्यू करे।

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तो दोस्तों इन बातो का अगर आप अपने पालिसी रिन्यूअल के समय ध्यान रखेंगे तो आपको बहुत फायदा मिलेगा।

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