How to fill a Bank Cheque? | बैंक का चेक कैसे भरते है पूरी जानकारी | How to Cancel a Cheque?

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दोस्तों आज के दौर में लगभग 99 प्रतिशत भारतीयों के बैंक अकाउंट है । ज्यादातर वित्तीय लेनदेन अब बैंक के ज़रिये ही होता है । जब भी बात आती है बैंक के ज़रिये पैसे के लेनदेन की तो सबसे अहम् जो फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट है वो है बैंक चेक । बैंक चेक क्या होता है और कैसे भरते है? साथ ही जानेगे की केंसल चेक क्या होता है और कैसे बनाया जाता है कैंसिल चेक । आइये स्टार्ट करते है।

दोस्तों आइये सबसे पहले जानते है की चेक क्या होता है ?

चेक (Cheque) एक प्रकार का फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट होता है, जिस पर एक व्यक्ति के बैंक अकाउंट से संबंधित सारी जानकारी प्रिंटेड होती  है, जिसकी सहायता  से खाता धारक बैंक को आदेश देता है, कि जिस व्यक्ति / संस्था / कम्पनी के नाम पर चेक दिया है, उसे खाताधारक के बैंक अकाउंट से चेक पर लिखित धनराशि का भुगतान कर दिया जाए |

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आइये अब जानते है की बैंक चेक पर क्या क्या जानकारी लिखित होती है ?

दोस्तों बैंक चेक पर बहुत सारी जानकारी प्रिंटेड होती है । बैंक चेक में सबसे पहले बैंक से सम्बंदित जानकारी होती है । सबसे पहले आपका बैंक IFSC कोड लिखा होता है, जिससे आपकी बैंक ब्रांच की जानकारी प्राप्त होती है । और पता चलता है की ये खता धारक का अकाउंट बैंक की किस ब्रांच में है । उसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर चेक के ऊपर लिखा हुआ होता है । चेक के नीचे वाली साइड पर कुछ नंबर लिखे हुए होते है, जिनमें से पहले 6 नंबर आपके चेक के नंबर को दर्शाते हैं, यानि यह आपका चेक नंबर होता है । आगे के 9 नंबरों को हम MICR कोड कहते हैं । MICR कोड को हम संक्षेप में “Magnetic Ink Character Recognition” कहते हैं । 9 नंबर MICR कोड आगे तीन भागों में बटा होता है, जिनमें से पहले तीन नंबर बैंक की लोकेशन की जानकारी देते हैं, बीच के तीन नंबर बैंक के नाम को बताते हैं ।   प्रत्येक बैंक का एक अलग तीन नंबर का मशीन कोड होता है, यह तीन अंक बैंक ब्रांच की जानकारी देते हैं । 9 नंबर MICR कोड के बाद, 6 नंबर अकाउंट ID कोड होता है, जिसमें आपके अकाउंट से संबंधित जानकारी होती है । सबसे अंत के दो अंको को ट्रांजैक्शन आईडी कहते हैं।

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आइये अब जानते है की बैंक के चेक को कैसे भरे:

चेक पर सबसे पहले तारीख लिखे : चेक पर सबसे पहले तारीख लिखें। आप जो तारीख लिखते हो उससे तीन माह की अवधि तक ही यह चेक मान्य होगा। तारीख लिखते समय तारीख, महीना और वर्ष तीनो को ध्यानपूर्वक भरें।

Pay  कॉलम में  चेक पर नाम लिखे : इस कॉलम में सबसे पहले जिसको रूपये देने है। उसका नाम लिखना होता है । लेकिन याद रहे कि जब आप नाम लिखते हो तो शुरुआत में जगह नही छोड़े। क्योकि उसमे कोई नाम बदल सकता है।

भुगतान राशि को अंको और शब्दों में लिखे : आपको जितनी राशि देनी हे आप उसे अंको और शब्दों दोनों में लिखे वो भी स्पष्ट तरह से। राशी लिखने के बाद only या मात्र अवश्य लिखे, ताकि जिसे आप चेक दे रहे है, वह चेक पर अंकित धनराशि से अधिक पैसे न निकाल सके ।

हस्ताक्षर करने में बरतें सावधानी : आप पूरा चेक भरने के बाद ही चेक पर हस्ताक्षर करे। यदि आपके हस्ताक्षर में कुछ भी बदलाव मिला तो आपका चेक पास नही होगा रिजेक्ट हो जायेगा ।

चेक पर खींचे दो लाइनें : अगर किसी व्यक्ति और संस्था के नाम पर चेक काटते हैं तो ध्यान रहे check के ऊपर बायी तरफ दो लाइनें खींचना न भूले। ऐसा करने से पैसे सीधे उस व्यक्ति के अकाउंट में जायेंगे जिसके नाम आपने चेक जारी किया है । कोई भी व्यक्ति उस चेक से कैश नहीं निकलवा पायेगा ।

मोबाइल नंबर लिख दें : जो चेक आप भर रहे हो तो आपको उसके पीछे आप अपना मोबाइल नंबर लिखे। यदि कोई दिक्कत या कंफ्यूजन हो तो बैंक कर्मचारी आपसे आसानी से सम्पर्क कर पाएंगे ।  

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स्लिप संभाल कर रखें : जब आप बैंक को चेक जमा करते है तो आपको एक स्लिप मिलता है। आप वह स्लिप सम्भाल कर रखे। वही एक मात्र ऐसा दस्तावेज होता है जो जिस पर आपके चेक की डिटेल रहती है।

चैक भरते समय अपने हस्ताक्षर को अच्छे से करे । क्योकि ये सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। अगर बैक अधिकारी को आपके हस्ताक्षर पर जरा सा भी शक हुआ तो वो आपका चेक रोक सकता है।

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दोस्तों आप चेक को हिंदी या अंग्रेजी किसी भी भाषा में भर सकते है । और सबसे महत्वपूर्ण बात दोस्तों चेक में ओवर राइटिंग ना करे।अगर चेक भरने में कोई गलती हो जाये तो उस चेक को कैंसिल करके नए चेक को फिर से भरें।

तो दोस्तों ये हमने बात की चेक कैसे भरे। आइये अब जानते है की कैंसिल चेक क्या होता है और कैसे करते है किसी चेक को कैंसिल?

दोस्तों कैंसिल चेक का मतलब होता है—निरस्त चेक, या रद्द किया हुआ चेक। ऐसा चेक, जिसे कहीं भी लेन-देन या किसी राशि के भुगतान के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता।  इस, पूरे चेक पर दो तिरछी समांतर (Parallel) लाइनें खींचकर और उन लाइनों के बीच में “CANCELLED” लिखकर बनाया जाता है। दोस्तों कैंसिल चेक, बनाने के लिए कोई अलग तरह का चेक नहीं होता। जो आपका सामान्य चेक होता है उसी पर दो समांतर तिरछी लाइनें लिखकर, उनके बीच में CANCELLED लिखने भर से, वह कैंसिल चेक बन जाता है।

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आइये अब जानते है की कैंसिल चेक की ज़रूरत कब और क्यों होती है ?

1. बैंक खाता खोलने के लिए: यदि आप बैंक के किसी दूसरी शाखा में अपना नया बैंक खाता खोलना चाहते है, तो वह शाखा आपसे पूर्फ के लिए कैंसिल चेक की मांग कर सकती है, या आप इसे पूर्फ के रूप में प्रयोग कर सकते है ।

2. लोन के लिए : अगर आप किसी बैंक या संस्था से लोन लेना चाहते है, और उसकी पेमेंट किस्तों में करना चाहते है, तो ऐसी स्तिथि में लोन लेते समय आप से  कैंसिल चेक की मांग की जाती है। जिससे यह वेरीफाई हो सके की वह आपका ही खाता है, जिससे क़िस्त की राशि काटी जाएगी ।

3. निवेश के लिए : अगर आप मार्किट में निवेश करना चाहते है जैसे म्यूचल फंड, स्टॉक मार्केट इत्यादि में , तो इसके लिए आपको केवाईसी करवाना होता है, और अपने बैंक के खाते के वेरिफिकेशन के लिए आपको एक कैंसिल चेक देना होगा।

4. इन्श्योरेंस पॉलिसी : अगर आप अपना या परिवार के किसी सदस्य का इन्श्योरेंस करवाते है और आप चाहते है, कि वह धनराशि आपके खाते से काट ली जाये, तो इसके लिए आपको एक कैंसिल चेक देना होगा ।

5. पेमेंट लेने के लिए : अगर आप किसी भी कंपनी से पेमेंट प्राप्त करना चाहते है, कम्पनी आप से प्रूफ के रूप में आप से एक कैंसिल चेक की मांग कर सकती है । 

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तो दोस्तों ये हमने जाना की कैसे हमे चेक भरना चाहिए और कैंसिल चेक क्या होता है । कैसे आप कैंसिल चेक बना सकते है । उम्मीद करते है की आपको हमारा आज का आर्टिकल अच्छा लगा होगा । हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कीजिये और आपको कैसा लगा ये हमे नीचे कमेंट करके ज़रूर बताइये। धन्यवाद !

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