Should you invest in Gold Buying Schemes by Jewellers? | क्या गोल्ड ज्वेलरी स्कीम आपके लिए फायदेमंद है ?

Share

दोस्तों त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है।  और इसी हफ्ते धनतेरस और दिवाली है।  ऐसे में ज्यादातर लोग धनतेरस और दिवाली पर सोने के आभूषण खरीदने की प्लानिंग कर रहे होंगे।  लेकिन दोस्तों सोने ने महंगाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ रखे है इस साल।  इस साल सोने की कीमत  में करीब 30 फीसदी तेजी आई है। अगस्त में यह 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच चुका था। उसके बाद इसमें गिरावट आई है लेकिन अब भी यह 50 हजार प्रति दस ग्राम से ऊपर है। त्योहारी सीजन में लोग सोना खरीदते हैं लेकिन बढ़ती कीमत के कारण यह आम आदमी के बजट से बाहर होता जा रहा है।और गोल्ड खरीदना आपकी जेब को एक साथ खली ना करे इसीलिए बड़े बड़े जेवेलर्स ने कुछ स्कीम्स चला राखी है , जिनसे आप किस्तों में सोना खरीद सकते है।  

इस स्कीम के तहत गोल्ड खरीदने के इच्छुक ग्राहक हर महीने एक निश्चित रकम ज्वैलर्स कंपनियों के पास जमा करते हैं। कंपनियां 12 महीने के बाद इस रकम के बराबर मूल्य का गोल्ड ग्राहकों को दे देती हैं। इस स्कीम का सबसे बड़ी खासियत यह है ग्राहकों को सिर्फ 11 महीने तक पैसा जमा करना होता है. बारहवीं किस्त ज्वैलर्स कंपनियां खुद जमा करती हैं।

Advertisement

इस स्कीम का सबसे बड़ी खासियत यह है ग्राहकों को सिर्फ 11 महीने तक पैसा जमा करना होता है। बारहवीं किस्त ज्वैलर्स कंपनियां खुद जमा करती हैं। ज्यादातर ज्वैलर्स कंपनियां थोड़ा-बहुत बदलाव के साथ इसी तरह की स्कीम के साथ ज्वैलरी बेच रही हैं। सोने की कीमत बढ़ने की वजह से ज्वैलरी की डिमांड काफी घट गई है। यही वजह है कि ज्वैलर्स कंपनियां रीटेल ग्राहकों को लुभान के लिए इस तरह की स्कीम लेकर आई हैं।

आज की हम बात करेंगे टॉप ज्वेलरी कंपनियों ने क्या-क्या ऑफर दिये हैं और हमें उन ऑफर को लेना चाहिए या नहीं।  और अगर हम उस ऑफर को सेलेक्ट करे तो किन बातो का ध्यान रखे।  इन्हीं सब बातो के बारे में हम आज बात करेंगे।  तो चलिए  शुरू करते है :

Advertisement

आइये दोस्तों सबसे पहले जानते है की ये स्कीमस कैसे काम करती है।  उदाहरण के लिए मैडम x 10 ग्राम गोल्ड की कोई ज्वेलरी खरीदना चाहती है लेकिन उनके पास अभी इतने पैसे नहीं है।  तो वो ज्वैलर की गोल्ड बाइंग स्कीम चुनती है और इस स्कीम के ज़रिये वो एक साल बाद ये ज्वेलरी खरीद पाएंगी तब के गोल्ड रेट के हिसाब से।  और ज्वेलरी का प्राइस वो एक में इन्सटॉलमेंट के ज़रिये ज्वैलर को पे करेंगी। इसमें जेवेलर उनकी लास्ट इन्सटॉलमेंट पर 75 % से लेकर 100 % की छूट ऑफर करते है।  तो अगर मैडम x ने 5000 की इन्सटॉलमेंट शुरू की तो 11 महीनो में वो 55000  जमा करेंगी और  लास्ट इंटॉलमेंट के 5000 जेवेलर के तरफ से दी जायेंगे।  यानि की एक साल में 55000 देकर मैडम x 60000 की ज्वेलरी खरीद पाएंगी।  पहली नज़र से देखने में ये स्कीम बहुत लाभदायक लगती है।  लेकिन ये असल में आपके लिए फायदेमंद है या नहीं ये जानने से पहले आइये जानते यही ऐसी ही कुछ टॉप स्कीम्स के बारे में।

1-तनिष्क (गोल्ड हार्वेस्ट स्कीम):

दोस्तों इस स्कीम के तहत अगर आप हर महीने 2000 रुपये की किस्त 10 महीने चुकाते हैं तो आपको 366 दिन पूरे करने के बाद एक महीने की किस्त पर 75 फीसदी डिस्काउंट मिलता है।  10 किस्त में जमा अपने पैसे से आप तनिष्क ज्वेलरी खरीद सकते हैं।  लेकिन यह खरीदारी आपको 400 दिन पूरे होने के पहले ही कर लेनी होगी।

अगर आप 366 दिन से पहले लेकिन 300 दिन के बाद खरीदारी करते हैं तो आपको 55 फीसदी से 75 फीसदी तक के दायरे में छूट मिलेगी।  180 दिन के बाद और 300 दिन से पहले स्कीम भुनाने पर पहले से तय डिस्काउंट मिलेगा। इस स्कीम को आप प्री क्लोज भी कर सकते हैं।  लेकिन शर्त यह है कि कम से कम 6 किस्त यानी 180 दिन पूरे हो गए हों।

किस्तें पूरे करने के बाद जब भी आप सोने के गहनें खरीदेंगे तो आपको उसी दिन के भाव पर सोना मिलेगा जिस दिन आप खरीद रहे हैं।  सोने के गहनें और नग (स्टोन) के चार्ज के अलावा आपको मेकिंग चार्ज, वेस्टेज चार्ज, मैटेरियल चार्ज और जीएसटी का भुगतान करना होगा। जीएसटी के अलावा कोई दूसरा सरचार्ज होगा तो वह भी चुकाना होगा।

Advertisement

 कैलुकेशन :

मंथली इंस्टालमेंट-5000 रुपये

इंस्टालमेंट की किस्त-10

कुल बचत की गई राशि -50 हजार+ (366 दिन पूरे होने के बाद छूट=5000 रुपये का 75 फीसदी) 3750 रुपये

Advertisement

2. जॉय अलुक्कस (Joy Alukkas)-इजी बाय गोल्ड परचेज प्लान

दोस्तों इस स्कीम के तहत अगर आप 1000, 2000 या 5000 रुपये की 12 किस्तें भरते हैं तो आपको एक किस्त मुफ्त मिलती है।  इस टोटल अमाउंट से आप 365 दिन के पहले कंपनी की ज्वेलरी खरीद सकते हैं।  हालांकि, इस पैसे से आप सोने के सिक्के या बार नहीं खरीद पाएंगे।  यह प्लान आखिरी किस्त का भुगतान करने पर या 335 दिन में मैच्योर हो जाता है। अगर आप 11 या 10 किस्तें चुकाते हैं तो क्रमश: 80 फीसदी और 50 फीसदी की छूट मिलेगी।  इसके अलावा आपको मेकिंग चार्ज और टैक्स भी चुकाने होंगे।  अगर आप समय से पहले किस्त बंद कर देते हैं तो आपको कोई लाभ नहीं मिलेगा।

कैलकुलेशन :

मंथली इंस्टालमेंट्स -5000 रुपये

इंस्टालमेंट्स की कुल संख्या -12

कुल बचत की गई रकम -60 हजार+ (335 दिन के बाद छूट) 5000 रुपये

कुल भुनाई गई रकम-65000 रुपये

तो दोस्तों ये हमने दो जेवेलर्स की स्कीम की बात की।  लग  भग सभी जेवेलर्स इसी तरह की स्कीम ऑफर करते है  थोड़े बहुत चेंज के साथ।  आइये अब जानते है की क्या ये स्कीम आपके लिए फायदेमंद है।  इस स्कीम के क्या कोई नुक्सान है : 

1-ग्राहकों के पास विकल्पों की कमी

इस तरह की स्कीम को चुनने पर आपके पास सिर्फ एक ज्वेलर का विकल्प रहता है।  आपको अपनी पसंद की डिजायन तय समय में नहीं मिलती है तो आपको स्कीम का लाभ नहीं मिल पाएगा।

2- आप एक निश्चित समय के लिए स्कीम में फंस सकते हैं

लॉक इन पीरियड होने के चलते आप स्कीम की अवधि पूरी होने के बाद ही ज्वेलरी खरीद सकते हैं।  अगर इस पीरियड में सोने की कीमतें बढ़ती हैं तो इससे तो इस स्कीम से कोई फायदा नहीं होगा आपको।

Advertisement

3-पैसे डूबने का भी खतरा

अगर आप किसी जाने-माने ज्वेलर्स की स्कीम नहीं चुनते हैं तो आपका पैसा डूबने का भी खतरा है।  इसलिए हमेशा ब्रांडेड ज्वेलर की स्कीम का चुनाव करें।  साथ ही ध्यानपूर्वक सभी शर्तों को पढ़कर ही स्कीम में पैसा लगाएं।

दूसरे चार्ज भी चुकाने होंगे

याद रखिये दोस्तों  कि इस तरह की स्कीम को पूरा होने के बाद जब गहने खरीदते हैं तो आपको मेकिंग चार्ज, वेस्टेज चार्ज (गर्दा), जीएसटी और दूसरे टैक्स चुकाने होंगे।  ऐसे में लॉक इन पीरियड के बाद जो आपको अतिरिक्त पैसा मिल रहा है वह इन चार्ज के लगने के बाद आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है।

Advertisement

5-ज्वेलरी खरीदने के सीमित अवसर

 इस तरह की स्कीमों में कुछ ज्वेलर्स सोने के सिक्के/ज्वेलरी खरीदने के सीमित विकल्प देते हैं।  कई ज्वेलर्स सिर्फ सीमित क्लेक्शन की ज्वेलरी खरीदने की सुविधा देते हैं।  अगर आप निवेश के लिए सोना खरीद रहे हैं तो इस तरह की स्कीम से दूर रहें।

 6एक्सपायरी डेट से सतर्क रहें

इस तरह की स्कीम्स की एक्सपायरी डेट से सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि अगर आप खरीदारी में देरी करते हैं तो आप मुफ्त किस्त के लाभ से वंचित रह सकते हैं।

दूसरे निवेश माध्यमों में निवेश से आप ज्यादा बचत कर सकते हैं :

सबसे इम्पोर्टेन्ट तो ये ही है की अगर आप दूसरे निवेश ऑप्शनस में पैसा लगते है तो आप ज्यादा रिटर्न पा  सकते है।  जैसे की :

आप गोल्ड ETF में निवेश कर सकते है। या फिर आप हर महीने डिजिटल गोल्ड भी खरीद सकते है।  इसमें कोई लिमिट तो होती नहीं आप 1 ग्राम से शुरुरात कर सकते है।  और इससे अगर सोने के रेट बढ़ते है तो आपको उसका भी कोई लोस्स नहीं होगा।  और बाद में आप डिजिटल गोल्ड को ज्वेलरी में कन्वर्ट कर सकते है।

Advertisement

या फिर आप RD भी ओपन करवा सकते है।  वो भी आपको बिना किसी रिस्क और लिमिटेशन के अच्छा रिटर्न देती है :

गोल्ड स्कीम

मंथली किस्त-5000 रुपये

अवधि- 11 महीने

बोनस (किस्त का 75 फीसदी)-3750 रुपये

कुल (12 महीने बाद) -58750 रुपये

Advertisement

रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी)

मंथली किस्त-5000 रुपये

अवधि-12 महीने

ब्याज दर-6.5 फीसदी

कुल रकम-(12 महीने बाद)-62155 रुपये

तो दोस्तों इस तरह से आप अच्छे से सोच लीजिये की आपको इस स्कीम में निवेश करना है या नहीं।  ज्यादातर स्कीमस आपको गोल्ड बार या गोल्ड कॉइन खरीदने का ऑप्शन नहीं देती।  तो अगर आप निवेश के पर्पस से इस स्कीम का इस्तेमाल करना चाहते है तो ये स्कीम आपके लिए नहीं है।   है अगर आप निश्चित है की आपको इसी जेवर से ज्वेलरी खरीदनी है और जेव्ल्लेरी ही खरीदने है तो आप इस स्कीम में निवेश कर सकते है। लेकिन जब भी आप ऐसी किसी स्कीम में निवेश करे तो किसी अच्छे ब्रांड के जेवेलवेर की ही स्कीम में निवेश करे।  जिससे आपका पैसा सुरक्षित रहे। 

तो दोस्तों उम्मीद करते है की आपको हमारा आज का आर्टिकल अच्छा लगा होगा।  हमारा आर्टिकल आपको कैसा लगा ये हमें नीचे कमेंट करके ज़रूर बताएगा।  और इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ भी ज़रूर शेयर कीजियेगा ।  धन्यवाद् !

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!